मौत को चकमा' देकर लौटी थीं 'आशिकी गर्ल' अनु अग्रवाल, बताया ऐक्सिडेंट के बाद सब हो गया था बर्बाद The Talks Today

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मौत को चकमा’ देकर लौटी थीं ‘आशिकी गर्ल’ अनु अग्रवाल, बताया ऐक्सिडेंट के बाद सब हो गया था बर्बाद

फिल्म ‘आशिकी’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली अनु अग्रवाल इस फिल्म के जरिए रातों-रात स्टार बन गई। उन्होंने बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड के कई फिल्मों में भी काम किया था लेकिन उनके साथ हुए एक हादसे से उनकी पूरी जिंदगी बदल गई।

आपको बता दें कि अनु अग्रवाल को ‘आशिकी गर्ल’ के नाम से भी जाना जाता है। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अनु अग्रवाल ने अपने एक्सीडेंट की बात बताते हुए कहा कि 1999 में वह एक एक्सीडेंट का शिकार हुई थी। वह संयास ले चुकी थी और उन्होंने अपना सिर भी मुंडवा लिया था।

मौत को चकमा' देकर लौटी थीं 'आशिकी गर्ल' अनु अग्रवाल, बताया ऐक्सिडेंट के बाद सब हो गया था बर्बाद

अनु अग्रवाल ने बताया कि एक्सीडेंट के बाद वह सब कुछ भूल गई थी, यहां तक कि वह लिपस्टिक लगाना भी भूल चुकी थी, बस एक बैग अपने साथ लेकर घूमती रहती थी। इस दौरान वह साइकोलॉजी का अध्ययन कर उसे समझ रही थी। 2006 में वापस आने के बाद उनके घर पर प्रेस वाले अपना जमावड़ा लगा कर बैठे रहते थे। उनसे अनु अग्रवाल अच्छे से बात करती और अपने बारे में बताती थी। सोशल मीडिया पर उनकी ‘BEFORE’ और ‘AFTER’ वाली कुछ तस्वीरें भी वायरल होने लगी।

मौत को चकमा' देकर लौटी थीं 'आशिकी गर्ल' अनु अग्रवाल, बताया ऐक्सिडेंट के बाद सब हो गया था बर्बाद

अनु अपने आसपास यह सब देखकर काफी असहज महसूस करने लगी। उनका कहना था कि मीडिया वाले यदि उन्हें ठीक होने में मदद नहीं कर सकते तो उन्हें ऐसी तस्वीरें पोस्ट करने का भी कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने अपने कुछ सवालों के जवाब को ढूंढने के लिए बॉलीवुड में वापस कदम नहीं रखा। उनके सवालों में इंसान डिप्रेशन से किस तरह दूर रह सकते हैं? मनुष्यों को असफलता क्यों महसूस होती है? आदि शामिल थे।

मौत को चकमा' देकर लौटी थीं 'आशिकी गर्ल' अनु अग्रवाल, बताया ऐक्सिडेंट के बाद सब हो गया था बर्बाद

उन्होंने यह भी कहा कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में सक्सेस के बाद उन्हें कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ा और वह काफी अकेली थी। उनका एक बॉयफ्रेंड था जो शहर के बाहर था लेकिन लोंग डिस्टेंस रिलेशनशिप के कारण उनके रिलेशनशिप ने भी धीरे धीरे दम तोड़ दिया। अनु ने योगा के जरिए ही खुद को संभाला और अब वह निर्धारित समय पर अपने हर काम करती हैं। 1997 में उन्होंने अध्यात्म से जुड़े यूनिवर्सिटी में भी अपना दाखिला करवा लिया।